ऐसे बैक्टीरिया जो केवल विशिष्ट पोषणात्मक तत्वों और ग्रोथ कंडीशन में ग्रो करते है उनको फास्टिडियस बैक्टीरिया कहते हैं। फास्टिडियस बैक्टीरिया कि जटील पौष्टिक आवश्यकताएँ होने के कारण उनको लैबोरोटरी में ग्रो करने में काफी मुश्किल होती है | ऐसे बैक्टीरिया के ग्रोथ को बढावा देने के लिए स्पेशल ग्रोथ मिडिया (specialized growth media) या स्थितियाँ (conditions) आवश्यक होती हैं। ऐसे बैक्टीरिया के कारण होने वाली संक्रमणों का निदान और उपचार करना कठिन हो सकता है क्योंकी इनको लैबोरोटरी में ग्रो करना कठीन होता है | । फास्टिडियस बैक्टीरिया का अध्ययन और उपचार करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन इन्हें समझना महत्वपूर्ण है ताकि संक्रमणों (infections) का रोकथाम और उपचार किया जा सके| प्रस्तुत लेख Fastidious Bacteria Example in Hindi में हम 11 फास्टिडियस बैक्टीरिया के उदाहरणों पर चर्चा करेंगे।
फास्टिडियस बैक्टीरिया के कुछ उदाहरण Fastidious Bacteria Example in Hindi :
नेइसेरिया गोनोरहोए (Neisseria gonorrhoeae):
यह बैक्टीरिया यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection ) गोनोरिया ( gonorrhea) का कारण है। यह एक फास्टिडियस बैक्टीरिया है जिसे ग्रो करने के लिए खून (Blood ) या खास ग्रोथ फैक्टर्स वाले पोषक तत्वों (specific growth factors) वाले माध्यम की जरूरत होती है।
हिमोफिलस इन्फ्लुएंजे (Haemophilus influenzae)
यह बैक्टीरिया श्वसन तंत्र के विभिन्न संक्रमणों जैसे कि निमोनिया (pneumonia), साइनसाइटिस (sinusitis), और मेनिन्जाइटिस (meningitis) के लिए जिम्मेदार है। H. influenzae यह भी फास्टिडियस बैक्टीरिया है और इसे ग्रो करने के लिए हेमिन -एक्स फैक्टर (hemin-X factor)) और निकोटिनैमाइड एडेनिन डाइन्यूक्लियोटाइड (NAD or V factor) जैसे खास ग्रोथ फैक्टर्स की जरूरत होती है।
ट्रेपोनिमा पैलिडम Treponema pallidum
ट्रेपोनिमा पैलिडम यह फास्टिडियस बैक्टीरिया है| यह इन्सानों में यौन संचारित संक्रमण (sexually transmitted infection ) सिफिलिस (syphilis) का कारण है| इस बैक्टीरिया को मानव शरीर के बाहर ग्रो करना काफी मुश्किल है। इसे ग्रो करने के लिए एक विशेष माध्यम (specialized medium) और एक माइक्रोएरोफिलिक वातावरण (microaerophilic environment) की जरूरत होती है। माइक्रोएरोफिलिक वातावरण (microaerophilic environment) का मतलब ऐसा वातावरण जिसमें कम आक्सिजन मात्रा कि मौजूदगी होती है|
लीजियोनेला न्यूमोफिला Legionella pneumophila
L. pneumophila यह बैक्टीरिया लिजिओनेयर्स (Legionnaires) रोग का कारण बनता है, जो निमोनिया (pneumonia) का एक गंभीर रूप है। यह एक फास्टिडियस बैक्टीरिया है जिसे ग्रो करने के लिए मिडिया में एल-सिस्टीन ( L-cysteine) और आयरन (iron) डालने की जरूरत होती है।
बोर्डेटेला पर्टूसिस Bordetella pertussis
यह बैक्टीरिया खांसी (whooping cough) का कारण बनता है, जो एक अत्यधिक संक्रामक श्वसन संक्रमण है। यह एक फास्टिडियस बैक्टीरिया है जिसे बढ़ने के लिए खास एडिटिव्स () वाले विशेष ग्रोथ मीडिया की जरूरत होती है।
कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी Campylobacter jejuni:
C. jejuni एक बैक्टीरियम है जो सामाहिक पेट संक्रमणों, जैसे कि कैम्पीलोबैक्टेराइजिस, के साथ सामान्यत: जुड़ा होता है। यह कुशल है और इसकी विकास के लिए इसे कम ऑक्सीजन स्तर, बढ़ी हुई कार्बन डाइऑक्साइड स्तर, और विशिष्ट विकास कारकों के साथ एक माइक्रोएरोफिलिक वातावरण की आवश्यकता है।
ब्रुसेला स्पेसीज Brucella species:
ब्रुसेला प्रजातियाँ वह बैक्टीरिया हैं जो ब्रुसेलोसिस, एक जूनोटिक संक्रमण है जो संक्रमित जानवरों या उनके उत्पादों के संपर्क के माध्यम से संचारित होता है। ये कुशल बैक्टीरिया हैं जिनकी खेती के लिए रक्त या विशिष्ट विकास कारकों से समृद्धि की गई मीडिया की आवश्यकता होती है।”
फ्रांसिसेला टुलारेंसिस Francisella tularensis:
F. tularensis यह बैक्टीरियम मानवों और विभिन्न पशुओं को प्रभावित करने वाली ट्यूलरेमिया नामक एक जूनोटिक बीमारी का कारण है। यह अत्यंत फास्टिडियस है और इसके सफल विकास के लिए इसे सिस्टीन-समृद्धि माध्यम और विकास कारकों का एक संयोजन की आवश्यकता होती है।
बार्टोनेला हेंसेले Bartonella henselae:
B. henselae यह बैक्टीरिया बिल्ली के खरोंच रोग के लिए जिम्मेदार है, जो आमतौर पर बिल्लियों के खरोंच या काटने से मनुष्यों में फैलता है। यह नखरेला है और इसे विकसित करने के लिए विशिष्ट ग्रोथ फैक्टर्स और बढ़े हुए CO2 स्तरों की जरूरत होती है।
माइकोप्लाज्मा न्यूमोनि Mycoplasma pneumoniae:
M. pneumoniae यह बैक्टीरिया श्वसन संक्रमण का कारण बनता है, खासकर एटिपिकल निमोनिया। यह एक नखरेला बैक्टीरिया है जिसके पास सेल की दीवार नहीं होती है और इसे विकसित करने के लिए स्टेरोल्स से भरपूर विशेष ग्रोथ मीडिया की जरूरत होती है।
एक्टिनोबैसिलस प्लेउरोपुनमोनिया Actinobacillus pleuropneumoniae:
A. pleuropneumoniae एक ऐसा बैक्टीरियम है जो सुअरों में होने वाले एक अत्यंत संक्रामक श्वसन रोग, पॉर्साइन प्ल्यूरोप्न्यूमोनिया, का कारण है। यह बैक्टीरिया सूअरों में खतरनाक फेफड़ों के संक्रमण, पोर्सिन प्लेउरोपुनमोनिया का कारण बनता है। यह फास्टिडियस बैक्टीरियम है जिसे ग्रो करने के लिए नाइकोटिनामाइड एडीनाइन डाइन्यूक्लियड (एनएडी) और हेमिन जैसे विशिष्ट विकास कारकों की आवश्यकता होती है।
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